स्मोक सेंसर क्या है, ये कैसे काम करता है व इसका क्या महत्व है?

स्मोक सेंसर क्या है, ये कैसे काम करता है व इसका क्या महत्व है?

स्मोक सेंसर क्या है, ये कैसे काम करता है व इसका क्या महत्व है?

September 13, 2018

स्मोक सेंसर क्या है?

स्मोक सेंसर जैसा की नाम से प्रतीत होता है, ये सेंसर धुए व आग को डिटेक्ट कर सकता है। स्मोक डिटेक्टर हमेशा एक्टिव मोड में होता है, इसलिए ये हमेशा काम करता रहता है चाहे कन्ट्रोल पैनल एक्टिव हो या नहीं हो।
स्मोक डिटेक्टर कन्ट्रोल पैनल के साथ इनरोल किया जाता है। ये वायरलेस भी हो सकते है तथा वायर्ड भी हो सकते हैं। इसको भी ऑपरेट करने के लिए बैटरी की आवश्यकता होती है। इसमें एक LED इंडिकेटर भी दिया होता है जिसका काम अलग अलग परिस्थिति में अलग अलग होता है। इसमें एक इनबिल्ट साईरन भी लगा होता है।

कैसे काम करता है?

जब भी स्मोक सेंसर धुएं व आग को डिटेक्ट करता है तो इसका साईरन बजने लगेगा साथ ही ये इसकी जानकारी कंट्रील पैनल को भी दे देगा। कन्ट्रोल पैनल एक नोटिफ़िकेशन सेंट्रल मॉनिटरिंग स्टेशन को सेंड कर देगा साथ ही अगर आउटडोर साईरन/एक्सटर्नल साईरन लगा है तो उसे भी एक सिग्नल भेज देगा और साईरन, कन्ट्रोल पैनल और स्मोक डिटेक्टर एक निश्चित समय तक अलॉर्म बजाते रहेंगे जब तक की अलार्म कैंसिल न कर दिया जाये या पहले से निश्चित टाइम तक।
सेंट्रल मॉनिटरिंग स्टेशन से ऑपरेटर्स होम ओनर व लोकल ऑथोरिटी को इसकी जानकारी देंगे और साथ ही जब तक प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हो जाती तब तक कस्टमर/यूजर से कम्यूनिकेट करेगे।

टॉप 5 कारण, क्यूं स्मोक सेंसर इतना महत्वसपूर्ण है

1.स्टाइलिश

स्मोक सेंसर को ऐसा डिजाइन किया गया है कि ये केवल आपके परिवार व घर की सुरक्षा ही नहीं करते बल्कि देखने में भी स्टाइलिश लगते हैं, यही कारण है कि ये रूम में लगाने पर रूम की सुन्दरता पर कोई प्रभाव नहीं डालते हैं।

2.बहुत सारे फंक्शन

स्टाईल के अलावा स्मोक सेंसर धंए व आग को भी डिटेक्ट कर लेते हैं। स्मोक सेंसर को ऐसे और कई फंक्शन के साथ डिजाइन किया गया है। जैसे कि स्मो‍क डिटेक्टर, टेम्प्रेचर डिटेक्टर, साउंड अलार्म व लाइट इन्डिकेटर जैसे फंक्शन शामिल हैं, जो इसे और स्मार्ट बनाते हैं।

3.आपके परिवार की सुरक्षा

आमतौर पर हमें दिन-रात जो चिंता होती है वह हमारे प्रियजनों की सुरक्षा और हमारे मूल्यवान चीजों की सुरक्षा के लिए डर है। डीएफएस के स्मोक डिटेक्टर ही है जो आपके घर मे एक गॉर्ड की तरह 24 घंटों नजर रखता है ताकि आप सुरक्षित रहें।

4.सीएमएस(CMS) मोनिटरिंग

जब स्मोक डिटेक्टर खतरे को डिटेक्ट कर लेता है तो उसकी जानकारी मिली सेकंड मे कन्ट्रोल पैनल को दे देता और साथ खुद भी अलार्म बजा देता है। कन्ट्रोल पैनल भी इसकी जानकारी CMS तक पहुंचा देता है, इसके साथ ही बैकएण्ड पर काम कर रहा SMS Gateway 3 सेकंड के अन्दर कस्टमर को इसकी जानकारी भेज देता है तथा इसके साथ ही CMS ऑपरेटर घर के मालिक को सीधे संपके करके इसकी जानकारी दे देते हैं, इतना ही नहीं अगर कस्टटमर को लगता है या वो कहता है कि उसे लोकल आथराइजेशन सुविधा की जरूरत है तो हम कस्मटर की ओर से उन्हे भी कॉल करके बुलवाते हैं। और जब तक ये प्राब्लम हल नहीं हो जाती तब तक हमारे ऑपरेटर कस्टमर से फॉलोअप करते हैं। यही है डीएफएस की सर्विसेस।

5.निश्चित जगहों को मोनिटर करना

स्मोक सेंसर को ऐसी महत्वपूर्ण जगहों पर लगवाइये जहां पर आपको अपने परिवार की सुरक्षा को बढ़ाना हो। अपने आवश्यकता के अनुसार आप किसी भी रूम में लगवा सकते हैं ताकि आपका घर सुरक्षित हो सके। किचिन एरिया सबसे महत्ववपूर्ण एरिया होता है जहां लगवाने के लिए सबसे पहले सोचना होता है।

6.स्पेाशिफिकेशन-

  • वायरलेस कम्यूानिकेशन होता है, जिससे वायर के कटने से जो कम्यूनिकेशन में समस्याएं आ सकती हैं उनके कोई अवसर नहीं होते हैं।
    • 2 साल का बैटरी बैक-अप है जिससे जल्दी बैटरी को बदलने की जरूरत नहीं होगी।
    • इनबिल्ट साइरन है जो कि खतरा डिटेक्टे करते ही अलार्म बजा देता है।
    • लाइट इल्डिकेशन है जो अलार्म बजने व बैटरी लो होने पर इन्डिकेशन देता रहता है।
    • आपेन एरिया में 150 मीटर तक ऑपरेट हो सकता है।
    • 24/7 मोनिटरिंग। यह भी एक मुख्यो कारण है, DFS 24/7 मोनिटरिंग करता है तो अगर कोई समस्या है और उसके पहले कि आप नोटिस करें, DFS के CMS में पहले ही इसकी जानकारी पहुच जाएगी और वो उस समस्या को आपके जानने से पहले ही हल कर देगें

और अधिक जानकारी के लिए कि ये कैसे काम करता है तो आप यहां(Click Here) संपर्क कर सकते हैं
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